महाशिवरात्रि (Mahashivratri 2024): वैसे तो हमेशा से ही भगवान महादेव की पूजा और स्तुति करने से साधको को मनवांछित फल की प्राप्ति होती है किन्तु यदि आप भी देवो के देव महादेव से सिर्फ थोड़ी पूजा, आरती और व्रत करके आशीर्वाद प्राप्त करना चाहते है तो आने वाली 8 march 2024 को महाशिवरात्रि आपके लिए बहुत शानदार अवसर रहेगी !
महाशिवरात्रि का पर्व भगवान शंकर के साधकों के लिए किसी उत्सव से काम नहीं होता है और साधक इस महापर्व महाशिवरात्रि को जोर-जोर से मनाने के साथ साथ भगवान शिव को प्रसन्न करने में कोई कमी नहीं छोड़ना चाहता है ! इसलिए आने वाली 8 march 2024 को महाशिवरात्रि के इस पावन पर्व पर हम आपके लिए लाए है Mahashivratri 2024 से सम्बंधित सम्पूर्ण जानकारी –
- 1 महाशिवरात्रि कब है 2024 में (Mahashivratri kab ki hai 2024 mein)
- 2 महाशिवरात्रि 2024 का शुभ मुहूर्त (Mahashivratri Muhurt)
- 3 महाशिवरात्रि पर भगवान शिव की पूजा विधि (Mahashivratri pooja vidhi)
- 4 महाशिवरात्रि व्रत 2024 (Mahashivratri vart 2024)
- 5 महाशिवरात्रि व्रत करने के क्या फायदे हैं? (Mahashivratri ke fayde)
- 6 महाशिवरात्रि की कथा (Mahashivratri katha)
- 7 महाशिवरात्रि पर इन बातो का भी रखे विशेष ध्यान
महाशिवरात्रि कब है 2024 में (Mahashivratri kab ki hai 2024 mein)
महाशिवरात्रि कब है 2024: महाशिवरात्रि फाल्गुन माह के कृष्ण पक्ष की चतुर्दशी तिथि को हर साल मनाई जाती है और इस बार महाशिवरात्रि कल दिनांक 8 मार्च 2024 को पड़ रही है ! महाशिवरात्रि के इस पर्व पर भगवान शिव और मां पार्वती की पूजा और व्रत रखा जाता है ! इस बार निशिता मुहूर्त लगभग रात 12.06 बजे से 12.55 बजे तक लगभग 49 मिनट का है !
महाशिवरात्रि 2024 का शुभ मुहूर्त (Mahashivratri Muhurt)
हिंदू धर्म में महाशिवरात्रि (Mahashivratri) का एक अपना ही अलग महत्व है, लोग इस दिन भगवान शिव और मां पार्वती की आराधना करके उनका आशीर्वाद प्राप्त करके अपना जीवन धन्य करना चाहते हैं ! यदि आप भी महाशिवरात्रि के दिन भगवान शिव की साधना करना चाहते हैं तो शुभ मुहूर्त इस प्रकार है-
इस दिन (Mahashivratri) शुभ मुहूर्त की शुरुआत दिनांक 08 मार्च 2024 को रात 09:57 PM से होकर अगले दिन 09 मार्च 2024 को शाम 06:17 मिनट तक रहेगा और इस दिन महाशिवरात्रि का व्रत 08 मार्च 2023 को किया जाएगा !
महाशिवरात्रि चारों प्रहर पूजा मुहूर्त (Mahashivratri Shubh Muhurt)
Mahashivratri प्रथम प्रहर का पूजा मुहूर्त: शाम 06:27 PM से रात 09:29 PM बजे तक
Mahashivratri द्वितीय प्रहर का पूजा मुहूर्त: रात 09:29 PM से रात 12:31 AM बजे तक
Mahashivratri तृतीय प्रहर का पूजा मुहूर्त: रात 12:31 PM से देर रात 03:33 AM बजे तक
Mahashivratri चतुर्थ प्रहर का पूजा मुहूर्त: रात 03:33 AM से अगली सुबह 06:35 AM बजे तक
महाशिवरात्रि पर भगवान शिव की पूजा विधि (Mahashivratri pooja vidhi)
- महाशिवरात्रि के पर्व पर सूर्योदय से पूर्व ब्रह्म मुहूर्त पर उठे
- इस दिन की शुरुआत भगवान शिव के स्मरण से करें
- अब स्नान कर साफ सफेद कपडे धारण करे
- महाशिवरात्रि पर काले रंग के वस्त्र नहीं पहनने चाहिए
- साफ़ सुथरे लौटे से अब सूर्य देव को जल चढ़ाए
- अब भगवान शिव और माँ पार्वती की तस्वीर/पोस्टर या शिवलिंग लगाए
- इस शिवलिंग पर भगवान का स्मरण करते हुए दूध और गंगाजल से अभिषेक करना चाहिए
- अभिषेक पश्चात् शिवलिंग पर सफ़ेद पुष्प, बेल-पत्र, जनेऊ और फल जैसे बेर आदि चीजें चढ़ाए
- भगवान के समक्ष घी का दीप प्रजव्लित कर आरती करें
- साधक को इस दिन शिव की चालीसा का पाठ करना चाहिए
- अंत में Mahashivratri के पर्व पर भगवान को भोग लगा कर लोगों में प्रसाद बाँट दे
महाशिवरात्रि पर इस महामृत्युंजय मंत्र का जाप करें (Mahashivratri Mantra)
- ॐ त्र्यम्बकं यजामहे सुगन्धिं पुष्टिवर्धनम् |
- उर्वारुकमिव बन्धनान्मृत्योर्मुक्षीय माऽमृतात्||
- कर्पूरगौरं करुणावतारं संसारसारं भुजगेन्द्रहारम्।
- सदा बसन्तं हृदयारबिन्दे भबं भवानीसहितं नमामि।।
महाशिवरात्रि व्रत 2024 (Mahashivratri vart 2024)
महाशिवरात्रि व्रत नियम 2024: महाशिवरात्रि व्रत पर इन नियमो का पालन करना चाहिए –
- महाशिवरात्रि से पहले, यानी त्रयोदशी को केवल एक ही टाइम अन्नजल ग्रहण करें
- शिवरात्रि (Mahashivratri) के दिन सुबह सूर्योदय से पूर्व उठकर इस दिन भगवान शिव की साधना में व्रत का संकल्प लें
- भगवान शिव का मन ही मन स्मरण करते हुए व्रत पूर्ण करने के पश्चात् भगवान शिव का आशीर्वाद मांगें
- शिवरात्रि (Mahashivratri) व्रत के दौरान साधक को शाम की पूजा स्नान करने के बाद करनी चाहिए
- भगवान शिव की पूजा रात्रि के समय कर के अगले दिन स्नान करने के बाद व्रत का पारण करना चाहिए
- व्रत पर फल प्राप्ति के लिए साधक को सूर्योदय और चतुर्दशी तिथि के सूर्यास्त के बीच व्रत का पारण करना चाहिए
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महाशिवरात्रि व्रत करने के क्या फायदे हैं? (Mahashivratri ke fayde)
महा शिवरात्रि पर व्रत करने से साधक को ना केवल भगवान शिव और माता पार्वती के आशीर्वाद प्राप्त होता है बल्कि साधक की मनोकामना भी पूर्ण होती है ! इसके अलावा व्रत करने से साधक को मानसिक और शारीरिक लाभ के साथ साथ अन्य स्वास्थ्य लाभ भी प्राप्त होते है ! इस दिन (Mahashivratri) व्रत से साधक की इच्छापूर्ति होती है और कष्टों से मुक्ति भी मिलती है !
महाशिवरात्रि की कथा (Mahashivratri katha)
महाशिवरात्रि पर इन बातो का भी रखे विशेष ध्यान
- इस दिन भगवान शिव के साथ साथ माता पार्वती की आराधना बेहद जरूरी है
- माता गौरी का स्मरण भी शिव के साथ साथ ही करे
- माँ पार्वती के अलावा भगवान से सम्बंधित गणेश जी और नंदी का भी स्मरण करे
- इस दिन माँ पार्वती को लाल पुष्प, लाल सिंदूर, हल्दी, कुमकुम, चुनरी और श्रृंगार की सामग्री आदि अर्पित करें
- गणेश जी को भी हल्दी, दीपक, धूप, बत्ती, सुगंध, चंदन, पुष्प, फल, मिठाई आदि जरूर से चढ़ाएं